. ए जिदंगी, आ जीना सीखा दू, ए जिंदगी, आ लोगो से बात करना सीखा दू, ए जिंदगी, आ तुझे लोगो को हंसाना सीखा दू, ए जिंदगी, आ तुझे बच्चो से खेलना दिखा दू, ए जिंदगी, आ तुझे लोगो के जीना का तरीका सीखा दू, ए जिंदगी, तू मत खेला कर लोगो के साथ, आ तुझे उसने मुहोब्बत करा दू । - अर्पित सचान
I am Arpit Sachan, a resident of Pukhrayan, a city in the Kanpur Dehat district of Uttar Pradesh. I have done my Graduation from Bundelkhand University in science stream and I have also done Post-Graduation(2019-21) from V.S.S.D College (Kanpur University) in Mathematical Science. I like to write poems, articles which I have written on this blog.