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कविता : फिसल रही जिंदगी

. '' फिसल रही जिंदगी '' हाथ थामे चल रही जिंदगी, कदम दर कदम ढल रही जिंदगी । गजब का है ये सिलसिला, कश्मकश में जल रही जिंदगी । कुछ यादें छोड़ आई अतीत में, उलझनों में पल रही जिंदगी । इसे समझ नही पाया अब तलक, हर वक्त छल रही जिंदगी । साथ चलता है मुसीबतों का काफिला, न जाने क्यों खल रही जिंदगी । खामोश आज ईमान की आरजू, वो हाथ मल रही जिंदगी । मुठ्ठी से रेत की तरह, अब फिसल रही जिंदगी ।                                                       - अर्पित सचान

कविता : मुस्कान

. 'मुस्कान' आ लिख दूं कुछ तेरे बारे में..........! मुझे पता है कि तू रोज ढूंढती हैं, मुझे खुद के अल्फाजों में....! मैं जब मिलती हूं तुझसे, तेरे चेहरे की रौनक बड़ जाती है आंखों में शर्म के साथ, होठो पे नज़र आती हूं मैं दिल में खुशी का एहसास, तेरा और मेरा साथ काफी है किसी की उम्र को, थोड़ा लम्बा करने के लिए । - प्रीती सचान  

कविता : आज फिर से

. आज फिर से..... एक जिंदगी खो दी आंखों के सामने  आज फिर से..... मौत को इतने करीब से देखा सामने आज फिर से..... जिंदगी को हारते देखा आज फिर से..... अपने को हमेशा के लिए दूर होते देखा आज फिर से..... अपने को खो दिया !!!                                         -अर्पित सचान

Why 1729 is Special Number ?

. Why 1729 is Special Number ? 1729 is the Hardy Ramanujan Number. It is the smallest number which can be expressed as the sum of two different cubes in two different ways. 1729 is the sum of the cubes of 10 and 9 - a cube of 10 is 1000 and a cube of 9 is 729; adding the two numbers results in 1729. 1729 is also the sum of the cubes of 12 and 1- a cube of 12 is 1728 and a cube of 1 is 1; adding the two results in 1729 Such as -      1729 = 1000 + 729 = (10)³ + (9)³     1729 = 1728 + 1 = (12)³ + 1³ It is also incidentally product of three prime numbers, As-      1729 = 7 X 13 X 19

कविता : मेरी याद

. "मेरी याद" वो जो मेरी यादों में बसी है। ऐसा लगता है यही कहीं है।। दिखाई तो पड़ती है अक्सर मुझे। मगर लगता है ख्वाब तो नही है।। फिजाओं मे उसकी महक सी है। उसकी खुशबू हवाओं में घुली है।। पता नहीं कहीं गायब सी है ।।                                             - अर्पित सचान

कविता : 'कोई तो रंग भरी जीवन में'

. "कोई तो रंग भरी जीवन में" जीवन एक कला है, बिना रंग के, जीवन फीका सा है बिना रंग के, सूना सूना सा है कुछ, कुछ अनसुलझा सा है, बिना रंग के, डरा-डरा सा है कुछ, कुछ इच्छाओ से है भरा हुआ, कोई तो रंग भरो जीवन में ।                                        - अर्पित सचान 

Poem : Good Morning

. 'Good Morning' Every goodmorning brings, A new beginning, A new one, And a lot. We can start a new, Forgetting the past, To a new future, To make with the good. Good morning says, Stand up, And make a fresh start, See you the next morning, You will be one step ahead.                              - Arpit Sachan